शुगर मिल ने बनाया अपना मोबाइल एप, गन्ने के सर्वे से लेकर भुगतान तक ऑनलाइन

 


शुगर मिल ने बनाया अपना मोबाइल एप, गन्ने के सर्वे से लेकर भुगतान तक ऑनलाइन


चीनी मिल रोहतक की आम सभा की बैठक प्रबंध निदेशक मानव मलिक की अध्यक्षता में हुई। जिसमें किसानों और अन्य अंशधारकों ने हिस्सा लिया। एमडी मलिक ने बताया कि किसानों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए रोहतक शुगर मिल एप बनाया गया है। जिस पर किसानों का गन्ना सर्वेे, बॉन्डिंग, पर्चियों और भुगतान का विवरण ऑनलाइन उपलब्ध होगा। किसानों को पर्ची की सूचना मोबाइल एसएमएस द्वारा दी जा रही है। 2017-18 पेराई सीजन के दौरान 17 करोड़ से अत्याधुनिक रिफाइंड शुगर प्लांट स्थापित किया गया है। राज्य में रिफाइंड शुगर का उत्पादन करने वाली यह पहली मिल है। रिफाइंड शुगर के कारण अच्छा भाव मिल रहा है। किसानों को 24 जनवरी तक गन्ने का 54.32 करोड़ भुगतान किया जा चुका है। भुगतान राशि के मामले में यह राज्य में तीसरे स्थान पर है। मिल में चीनी विक्रय केंद्र स्थापित किया गया है, जहां कम दरों पर चीनी उपलब्ध है।


 

उन्होंने बताया कि रोहतक मिल के प्रयासों से हरियाणा बिजली वितरण निगम को निर्यात की जा रही बिजली के रेट 2.12 रुपये प्रति यूनिट बढ़े हैं। हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने मिल द्वारा निर्यात की जा रही बिजली के रेट 4.05 रुपये से बढ़ा कर 6.17 रुपये प्रति यूनिट निर्धारित किए हैं। जिससे मिल को वर्तमान पेराई सीजन के दौरान ही 2.60 करोड़ का फायदा हो चुका है। इस सीजन के दौरान मिल अब तक 7.57 करोड़ की बिजली निर्यात कर चुकी है। गन्ने की तोल के लिए मानव रहित प्रणाली लगाई गई है। परिसर में किसान सहायता केंद्र स्थापित किया गया है। किसान विश्राम गृह की क्षमता दोगुनी की गई है। वर्तमान पेराई सीजन में मिल पूरी क्षमता से काम कर रही है, अब तक 27.22 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। 2.50 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। पेराई और उत्पादन में यह राज्य की सहकारी मिलों में दूसरे स्थान पर है। मिल की रिकवरी 10 प्रतिशत चल रही है। चीनी की पांच और एक किलो की छोटी पैकिंग करने का काम चल रहा है जो जल्द मार्केट में उपलब्ध होंगी। मिल में इथेनॉल प्लांट लगाने को सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। मलिक ने किसानों की समस्याएं सुनीं, कुछ का मौके पर ही निवारण किया गया। बैठक को निदेशकों गूगन सिंह व सूर्य प्रकाश ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सहायक रजिस्ट्रार देवेंद्र बेनीवाल और निदेशक मंडल के कई सदस्य भी मौजूद थे।